एक तन्हा ख्वाब सी अपनी कहानी बन गइ है Hindi Gazal By Naresh K. Dodia
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एक तन्हा ख्वाब सी अपनी कहानी बन गइ है Hindi Gazal By Naresh K. Dodia |
एक तन्हा ख्वाब सी अपनी कहानी बन गइ है
एक शायर की गजल इस की जुबानी बन गइ है
जिंदगी मे एक मौका सब को मिलता है दुनियामे
ना मिला तो बेबसी सब से छुपानी बन गइ है
ना मिला तो बेबसी सब से छुपानी बन गइ है
साथ चलना है तो पीछे मुडतां कयुं है तुं यारा
रोज चाहत आप को नइ सी जतानी बन गइ है
रोज चाहत आप को नइ सी जतानी बन गइ है
कल तो यह बोलती रहती थी आंखो मे बच्चो सी
उस की खामोसी ना जाने क्युं सयानी बन गइ है?
उस की खामोसी ना जाने क्युं सयानी बन गइ है?
एक शायर कयुं खूशीया भरता रहतां गजलो में
प्यार की बाते तरीके से बतानी बन गइ है
प्यार की बाते तरीके से बतानी बन गइ है
दिन तो ऐसे कटता है बे चैन सा ना जाने क्युं?
इंतजारी नाम की उस की दिवानी बन गइ है
इंतजारी नाम की उस की दिवानी बन गइ है
बस “महोतरमा” जुदाइ की ना बाते कर मुझ से
जिंदगी तेरी ही चाहत मे सुहानी बन गइ है
-नरेश के.डॉडीया
जिंदगी तेरी ही चाहत मे सुहानी बन गइ है
-नरेश के.डॉडीया
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