तरजुमो आ आंसुनो शब्दो करी शकता नथी Muktak By Naresh K. Dodia
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तरजुमो आ आंसुनो शब्दो करी शकता नथी Muktak By Naresh K. Dodia |
तरजुमो आ आंसुनो शब्दो करी शकता नथी
ए ज कारणथी बधां शायर बनी शकता नथी
शायरीना क्षेत्रमां बावळ बनी फेलाइ जे
जे फूलो सम नव कवि पडखे उगी शकता नथी
- नरेश के. डॉडीया
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Muktak
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