उन दिनो में जान कहता थां तुम्हे भी याद होगा Hindi Muktak By Naresh K.. Dodia
![]() |
उन दिनो में जान कहता थां तुम्हे भी याद होगा Hindi Muktak By Naresh K.. Dodia |
उन दिनो में जान कहता थां तुम्हे भी याद होगा
दिन में तुम को चांद कहतां थां तुम्हे भी याद होगा
फूल खिलते थे हमारे दिल में तेरी इक नजर से
में फूलो का बाग कहतां थां तुम को भी याद होगा
- नरेश के.डॉडीया
Labels:
Muktak
No comments:
Post a comment