हमारे पास आने की तुम्हें फुरसत नहीं हैं ! Hindi Muktak By Naresh K. Dodia
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हमारे पास आने की तुम्हें फुरसत नहीं हैं ! Hindi Muktak By Naresh K. Dodia |
हमारे पास आने की तुम्हें फुरसत नहीं हैं !
चलो अच्छा हैं तेरी आज कल आदत नहीं हैं
सुना है आज कल बाते बनाना शीख गइ हो?
तुं सबसे कहती है मुझ से तुम्हे चाहत नहीं है
- नरेश के.डॉडीया
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Muktak
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